First Module:
आयुर्वेद परिचय एवं शारीर विषय
- An Introduction to Ayurveda, Yoga, Nature Cure, Panchkarma
Definition of Ayu/Ayurveda, Yoga, Nature Cure and Panch Karma - Eight divisions of Ayurveda known as Ashtang Ayurveda
- समस्त प्रचलित चिकित्सा पद्धतियों के मूल तत्व
- योग, प्राकृतिक चिकित्सा, पंचकर्म एवं सभी चिकित्सा पद्धतियों का आयुर्वेद में अंतर्भाव
शारीर (शरीर रचना एवं क्रिया विज्ञान)
- शरीर की परिभाषा “शीर्यते इति शरीरः” कहे जाने के कारण
- Anatomical & physiological understandings of Ayurveda & Meditation
- Tridosh Theory of Ayurveda including Science of Dhatu, Agni & their nutrition system
- दोष धातु विज्ञान, दोषों का क्रियकाल, दोषदूष्य विचार, सम विषम दोष लक्षण व उनका परिहार
- सप्त धातु निरूपण एवं उनकी पोषण प्रक्रिया
- Concept of Ayurvedic Diet, Diet Control आहार विधि विशेषायतन
Important Factors of Diet
* आहार एवं पोषण
* आयुर्वेद तथा आहार, आयुर्वेद एवं आधुनिक मतानुसार आहार निरूपण
* आयुर्वेद का आहारीय चिकित्सा पद्धति में योगदान
• Digestive system रचनात्मक एवं क्रियात्मक वर्णन
• Different Systems of the Body
• Endocrinology
• Anatomy & Physiology of: सुषुम्ना, मस्तिष्क, इड़ा, पिंगला, सरस्वती, अष्ट चक्र, नव द्वार, सृष्टि उत्पत्ति प्रक्रिया, चतुर्विंशति तत्त्व विवेचन, सप्त महाव्याहृतियां, सप्त लोक, मन का निरूपण, मन और आत्मा का स्थान एवं इनका कार्यक्षेत्र तथा इनकी कार्यप्रणाली, बुद्धि, चित्त, क्षीरशायी विष्णु एवं महादेव निरूपण
• श्वसन संस्थान, पाचन संस्थान, रक्त संवहन संस्थान, मूत्र संस्थान, प्रजनन संस्थान आदि
• ज्ञानेन्द्रिया और कर्मेन्द्रियाँ
Second Module:
स्वस्थवृत्त विचार एवं रोग विज्ञान
- स्वास्थ्य की परिभाषा एवं सुस्वास्थ्य के लक्षण
(Meaning and Definition of Good Health) - ओजस:
जन्मजात एवं अर्जित रोग प्रतिरोध क्षमता निरूपण
(Immunity Congenital & Acquired) - प्राच्य एवं पाश्चात्य मतानुसार टीकाकरण (Vaccination)
- स्वच्छ भारत अभियान की रूपरेखा एवं उसके दूरगामी परिणाम
- त्रि-उपस्तम्भ निरूपण
* आहार (Diet)
* निद्रा (Sleep)
* ब्रह्मचर्य (Absolute Consumerism) - रोग विज्ञान:
* रुग्णता क्या है (Definition of Illness)
* रोगों के सामान्य कारण, लक्षण, बचाव के सिद्धांत; उपाय एवं सामान्य उपचार
(General Causes of illness & basic principle of their remedies)
* रोग परिचय: कतिपय सामान्य रोग व उनका उपचार
* अम्लपित्त, अजीर्ण, आध्मान, छर्दि, विबन्ध, अतिसार, उदरशूल, प्रतिश्याय, राजयक्ष्मा, श्वास, कास, संधिवात, ज्वर एवं उनके प्रकार, मधुमेह, विसूचिका, शीतपित्त, रक्ताल्पता आदि।
* विभिन्न संक्रामक रोग व उनसे बचाव
* Acquired Immunity Deficiency Syndrome (AIDS) कारण, निवारण एवं बचाव के उपाय
* पानी में डूबना, वृश्चिक दंश, सर्प दंश, कुत्ते का काटना, आघात, अंशघात लू लगना, रक्तस्राव आदि स्थितियों में की जाने वाली प्रारंभिक आत्ययिकी चिकित्सा
* Preventive measures & Primary level remedies of all general health problems
* Emergencies Guidelines
* Emergency Kit material
* Ointment for dressing on wounds, injuries & burns:
जात्यादि मलहर, हरिद्रा घृत, नीम तैल का उपयोग
* Multiplus Pulv
* Siddhmrit Drops
* Bandage
* Electrolyte बैलेंस
Third Module:
द्रव्य गुण
- Herbal Materia Medica including Pharmacological actions:
- द्रव्य परिभाषा, द्रव्य वर्गीकरण, रस, गुण, वीर्य, विपाक, प्रभाव एवं कर्म
- दशमूल, त्रिफला, त्रिकटु, पंचकोल, षडूषण, दीपन, पाचन, अनुलोमन, बृंहण, स्तम्भन आदि।
- पञ्च विध कषाय कल्पना – स्वरस, कल्क, क्वाथ, हिम, फ़ॉन्ट
- अनुपान और उसका महत्व
- Some Details about some common Herbs:
- सामान्यतया प्रयुक्त होने वाली जड़ी बूटियां:
अर्जुन, वासा, अश्वगंधा,आमलकी, हरड़, बहेड़ा, सोंठ, कालीमिर्च, पीपल, अशोक, भूमिआंवला, बिल्व, ब्राह्मी, वाचा, भारंगी, बाकुची, गिलोय, गुड़मार, गोखरू, भृंगराज, जटामांसी, कालमेघ, चिरायता, कुटज, कायफल, खदिर, लोध्र, मुलैठी, निर्गुण्डी, कुटकी, पुनर्नवा, शंखपुष्पी, सारिवा, विडंग, वरुण, रास्ना, कंटकारी, गुलाब, कांचनार, एला, जपा, अजवाइन, मेथी, कलौंजी, जीरा, सौंफ, हल्दी, हींग, तुलसी, घृतकुमारी, नीम, पाषाणभेद, पुदीना, सदाबहार, धनिया, लौंग, आज्ञा घास, नागरमोथा - Rejuvination Techniques
- Role of Medicines, Meditation and Panchkarma to cure illness
Fourth Module:
पंचकर्म एवं मर्म विज्ञान
- Panchkarma techniques
* पूर्व कर्म
* प्रधान कर्म
* पश्चात कर्म
* केरलीय विशेष पंचकर्म चिकित्सा पद्धति एवं उपकरणों का ज्ञान
* प्रयोगात्मक पंचकर्म
* मसाज सर्वस्व
* पंचकर्मों में से कौन सा कर्म कब कहाँ किस परिस्थिति में करना योग्य है, इन कर्मों से होने वाले हानि-लाभों का विस्तृत वर्णन - Marm Therapy